Cryptography
क्रिप्टोग्राफ़ी एक ऐसी प्रक्रिया हे , जिसके द्वारा डाटा को securely ट्रांसफर किया जाता है |
इस प्रक्रिया को दो भागो में बात जाता है |
1. encryption
2 decryption
encryption में ओरिजिनल डाटा किसी और फॉर्म में बदलजाता हे | या यह कह सकते है की एनकोडेड हो जाता है |
जैसे :
A फ्रेंड ने अपने B फ्रेंड को hello मैसेज securely भेजना है , तब hello मैसेज ट्रांसमिट होनेय के पहले किसी और तरह कोडेड हो जायेगा जैसे
hello = gfmmp (h +1=g ,e +1 =f ,l +1 = m ,o +1 =p ) में कन्वर्ट हो जायेगा और अब ट्रांसफर होगा
इस प्रक्रिया को encryption कहते है , जिसमे ओरिजिनल टेक्स्ट किसी और फॉर्म में कन्वर्ट हो जाता है |
original डाटा यानि "hello" ,plaintext कहलायेगा , और कोडेड message "gfmmp" को cipertext खा जाता है |
क्रिप्टोग्राफ़ी में दो प्रकार की के का उपयोग किया जाता है :
1. Public (Public key का अर्थ एक ऐसी key जो सबको पता होती है |
जैसे आपकी email की user id .)
2. Private (private key का अर्थ एक ऐसी key जो पर्सनल होती है, यानि सिर्फ खुद को ही पता होती है , ऐसी key, private key कहलाती है |
जैसे आपकी email id का password.)
Public Key Cryptography
a. public key cryptography में RSA algorithm का उपयोग किया जाता है |
b. Public Key Asymmetrical होती हे , अर्थात दोनों party अपनी अपनी, Public key और स्बयं की निजी (secret )key का use करती है |
c. Public Key , public द्वारा ही बनाई जाती है |
d. Public key, encrypt /decrypt करने की process slow होती है |
e. यह process public key encryption भी कहलाती है |
Private Key Cryptography
a. Private Key , Public key की तुलना में बहुत fast होती है |
b. Private key , symmetrical होती है | अर्थात एक ही secret key दोनों party , share और use होती है |
c. अतः दोनों party को documents share करने से पहले secret key, share करना जरुरी है |
d Private key पूरी तरह secret यानि private होती है , यानि सिर्फ दो party के बीच ही share की जाती है |
Public Key Infrastructure(PKI):
PKI(Public Key Infrastructure ) एक standard या policy हे जो की digital certificate प्रदान किया जाता है|
अर्थात PKI का उद्द्येश digital certificate को create , manage तथा distribute करना है | जिससे सम्बेदंशील information सुरक्षित तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान पे पहुंचाई जा सके |
Digital Certificate से सीधा सीधा तात्पर्य asymmetric cryptography (public key and Private Key ) हे|
PKI में 3 सर्विस service मौजूद है :
Question:
1. Private Key Vs Public Key Encryption
2. Explain the Public Key Cryptosystem.
3. What is cryptography ? Explain the difference between Private Key Cryptography and Public Key Cryptography
4. What is encryption? What are encryption schemes? Explain the difference between Private Key Cryptography and Public Key Cryptography.
Fill in the blank :
1. ________ is cryptography in which a pair of keys is used to encrypt and decrypt a message so that it arrives securely
Ans Asymmetric Cryptography or Public key cryptography .
One Word:
1. The process of encoding messages or information in such a way that only authorized parties can read it.
Ans. Encryption
True/False
True/False
1. RSA is a public key cryptographic algorithm. In case one loses the private key, it is possible to reconstruct it from the public key.
False
2. Alice uses her private key to authenticate herself to Bob.
True
क्रिप्टोग्राफ़ी एक ऐसी प्रक्रिया हे , जिसके द्वारा डाटा को securely ट्रांसफर किया जाता है |
इस प्रक्रिया को दो भागो में बात जाता है |
1. encryption
2 decryption
encryption में ओरिजिनल डाटा किसी और फॉर्म में बदलजाता हे | या यह कह सकते है की एनकोडेड हो जाता है |
जैसे :
A फ्रेंड ने अपने B फ्रेंड को hello मैसेज securely भेजना है , तब hello मैसेज ट्रांसमिट होनेय के पहले किसी और तरह कोडेड हो जायेगा जैसे
hello = gfmmp (h +1=g ,e +1 =f ,l +1 = m ,o +1 =p ) में कन्वर्ट हो जायेगा और अब ट्रांसफर होगा
इस प्रक्रिया को encryption कहते है , जिसमे ओरिजिनल टेक्स्ट किसी और फॉर्म में कन्वर्ट हो जाता है |
original डाटा यानि "hello" ,plaintext कहलायेगा , और कोडेड message "gfmmp" को cipertext खा जाता है |
cryptography |
क्रिप्टोग्राफ़ी में दो प्रकार की के का उपयोग किया जाता है :
1. Public (Public key का अर्थ एक ऐसी key जो सबको पता होती है |
जैसे आपकी email की user id .)
2. Private (private key का अर्थ एक ऐसी key जो पर्सनल होती है, यानि सिर्फ खुद को ही पता होती है , ऐसी key, private key कहलाती है |
जैसे आपकी email id का password.)
Public Key Cryptography
a. public key cryptography में RSA algorithm का उपयोग किया जाता है |
b. Public Key Asymmetrical होती हे , अर्थात दोनों party अपनी अपनी, Public key और स्बयं की निजी (secret )key का use करती है |
c. Public Key , public द्वारा ही बनाई जाती है |
d. Public key, encrypt /decrypt करने की process slow होती है |
e. यह process public key encryption भी कहलाती है |
a. Private Key , Public key की तुलना में बहुत fast होती है |
b. Private key , symmetrical होती है | अर्थात एक ही secret key दोनों party , share और use होती है |
c. अतः दोनों party को documents share करने से पहले secret key, share करना जरुरी है |
d Private key पूरी तरह secret यानि private होती है , यानि सिर्फ दो party के बीच ही share की जाती है |
Public Key Infrastructure(PKI):
PKI(Public Key Infrastructure ) एक standard या policy हे जो की digital certificate प्रदान किया जाता है|
अर्थात PKI का उद्द्येश digital certificate को create , manage तथा distribute करना है | जिससे सम्बेदंशील information सुरक्षित तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान पे पहुंचाई जा सके |
Digital Certificate से सीधा सीधा तात्पर्य asymmetric cryptography (public key and Private Key ) हे|
PKI में 3 सर्विस service मौजूद है :
- Message Digest (Integrity )
- Digital Signature (Non Reputation )and
- Encryption Services (Confidentiality )
इन 3 service को enable करने के लिए आपको digital certificate चाहिए |
आइये जानते है digital certificate हे क्या ?
digital certificate , small size की files है ,जो की किसी application जैसे notepad आदि का use करके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पे आसानी से save हो जाती है |
digital certificate का extension (.cer ) होता है | digital certificate का मुख्य कार्य user और public key के मध्य relation establish करना | अतः digital certificate में २ component का होना अनिवार्य है :
a. User Name
b . user की public Key
digital certificate किसी trusted party के द्वारा ही issue किया जा सकता है | जो की digital certificate में user name ,public key ,validity date तथा issue karne बाली party का नाम होता है |
Advantages :
1. Fraud के chance बहुत काम होजाते है |
2.Confidentiality feature या Privacy के कारण unauthorized person , data access नहीं कर सकता |
3. Integrity के feature के कारण यह भरोसा दिलाता है की , electronic communication के दौरान कोई धोका नहीं हुआ है |
4. Non-Reputation , feature के कारण sender, data send करने के बाद तथा receiver , data receive के बाद deny नहीं कर सकता |
Disadvantage :
1. यह scalable नहीं होती है |
2. computer की speed कम हो जाती है |
Advantages :
1. Fraud के chance बहुत काम होजाते है |
2.Confidentiality feature या Privacy के कारण unauthorized person , data access नहीं कर सकता |
3. Integrity के feature के कारण यह भरोसा दिलाता है की , electronic communication के दौरान कोई धोका नहीं हुआ है |
4. Non-Reputation , feature के कारण sender, data send करने के बाद तथा receiver , data receive के बाद deny नहीं कर सकता |
Disadvantage :
1. यह scalable नहीं होती है |
2. computer की speed कम हो जाती है |
Question:
1. Private Key Vs Public Key Encryption
2. Explain the Public Key Cryptosystem.
3. What is cryptography ? Explain the difference between Private Key Cryptography and Public Key Cryptography
4. What is encryption? What are encryption schemes? Explain the difference between Private Key Cryptography and Public Key Cryptography.
Fill in the blank :
1. ________ is cryptography in which a pair of keys is used to encrypt and decrypt a message so that it arrives securely
Ans Asymmetric Cryptography or Public key cryptography .
One Word:
1. The process of encoding messages or information in such a way that only authorized parties can read it.
Ans. Encryption
True/False
True/False
1. RSA is a public key cryptographic algorithm. In case one loses the private key, it is possible to reconstruct it from the public key.
False
2. Alice uses her private key to authenticate herself to Bob.
True
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