DNS
MCQ:
DNS का पूरा नाम "डोमेन नाम सिस्टम"(Domain Name System) है |
जिस प्रकार आपके हर फ्रेंड या रिलेटिव सबका , एक यूनिक sim नंबर या कांटेक्ट नंबर होता है |
पर सबके कांटेक्ट नंबर आप याद नहीं रख सकते |
इसलिए उनके रेस्पेक्टिवे नाम से कांटेक्ट नंबर मोबाइल में सेव करते है |
क्योकि नाम याद रखना सरल हे , परन्तु मोबाइल या sim नंबर नहीं |
इसी प्रकार, इंटरनेट से कनेक्टेड सभी कंप्यूटर चाहे क्लाइंट(जो request करता हे ) हो या सर्वर(जो रिस्पांस देता है ) सभी का एक यूनिक 32 bit IP address होता है|
पर प्रत्येक वेब साइट को एक्सेस करने के लिए , उसके रेस्पेक्टिवे सर्वर के IP address को याद रखना मुश्किल है |
इसलिए प्रत्येकं सर्वर के IP address को स्टोर करके उनका एक यूनिक नाम रख दिया जाता है |
IP address से किसी वेबसाइट के यूनिक नाम को जोड़ने की तकनीक को "डोमेन नेम सिस्टम" कहते है |
जिस प्रकार मोबाइल के कांटेक्ट लिस्ट में अपने फ्रेंड का नाम हाईलाइट करके आप सीधे कालिंग बटन दबा देते है |
और मोबाइल में अपने आप ही उस फ्रेंड का नंबर स्विच हो जाता हे और कॉल लग जाता है |
ठीक इसी प्रकार जब वेब-ब्राउज़र पे आप कोई सी भी साइट का एड्रेस (url) लिखके सर्च करते है ,
उदहारण के लिए gmail को गूगल पे सर्च करना | ,
तब, web browser automatic ही gmail के सर्वर के IP address से लिंक हो जायेगा और gmail के सर्वर पे request पहुंच जाएगी |
domain name के उदहारण :
1. google.com
२. gmail.com
3. yahoo.com
जिस प्रकार आपके हर फ्रेंड या रिलेटिव सबका , एक यूनिक sim नंबर या कांटेक्ट नंबर होता है |
पर सबके कांटेक्ट नंबर आप याद नहीं रख सकते |
इसलिए उनके रेस्पेक्टिवे नाम से कांटेक्ट नंबर मोबाइल में सेव करते है |
क्योकि नाम याद रखना सरल हे , परन्तु मोबाइल या sim नंबर नहीं |
इसी प्रकार, इंटरनेट से कनेक्टेड सभी कंप्यूटर चाहे क्लाइंट(जो request करता हे ) हो या सर्वर(जो रिस्पांस देता है ) सभी का एक यूनिक 32 bit IP address होता है|
पर प्रत्येक वेब साइट को एक्सेस करने के लिए , उसके रेस्पेक्टिवे सर्वर के IP address को याद रखना मुश्किल है |
इसलिए प्रत्येकं सर्वर के IP address को स्टोर करके उनका एक यूनिक नाम रख दिया जाता है |
IP address से किसी वेबसाइट के यूनिक नाम को जोड़ने की तकनीक को "डोमेन नेम सिस्टम" कहते है |
जिस प्रकार मोबाइल के कांटेक्ट लिस्ट में अपने फ्रेंड का नाम हाईलाइट करके आप सीधे कालिंग बटन दबा देते है |
और मोबाइल में अपने आप ही उस फ्रेंड का नंबर स्विच हो जाता हे और कॉल लग जाता है |
ठीक इसी प्रकार जब वेब-ब्राउज़र पे आप कोई सी भी साइट का एड्रेस (url) लिखके सर्च करते है ,
उदहारण के लिए gmail को गूगल पे सर्च करना | ,
तब, web browser automatic ही gmail के सर्वर के IP address से लिंक हो जायेगा और gmail के सर्वर पे request पहुंच जाएगी |
1. google.com
२. gmail.com
3. yahoo.com
Domain Name System Structure:
MCQ:
1. The system that translates an IP address into an easier to remember name is the
A) Packet switching
B) DNS
C) Domain numbering system
D) None of the above
2. In an email address abc@dsdu.com, dsdu is the
A) host computer in a business with the name dsdu
B) host computer in a commercial domain
C) client computer in a commercial business
D) client computer in a commercial domain
Question:
1.Highlight upon the role of DNS in Internet?
2. Highlight upon the importance of DNS. Also explain Domain name system structure
2. In an email address abc@dsdu.com, dsdu is the
A) host computer in a business with the name dsdu
B) host computer in a commercial domain
C) client computer in a commercial business
D) client computer in a commercial domain
Question:
1.Highlight upon the role of DNS in Internet?
2. Highlight upon the importance of DNS. Also explain Domain name system structure
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